शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022

जद्दोजहद

पहले पहल हर वक्त माँ को,
अपने आस-पास ही पाने की जद्दोजहद।
फिर माँ के आँचल से छूटकर,
कहीं बाहर भाग कर जाने की जद्दोजहद।
फिर कांधे पर बस्ता लादकर,
पढ़ाई के बोझ से पार पाने की जद्दोजहद।
उठाकर पिता की उम्मीदों का बोझ,
उनपर खरा उतरके दिखाने की जद्दोजहद।
फिर लेकर कई सारी जिम्मेदारियां,
लगी रहती है कमाने-धमाने की जद्दोजहद।
फिर ढलने की ओर बढ़ती उम्र में,
नई पीढ़ी को लायक बनाने की जद्दोजहद।
अंततः उम्र के अंतिम पड़ाव पर,
उपेक्षाओं से बचे रह जाने की जद्दोजहद।

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