सोमवार, 16 मई 2022

"तुम ये कर सकते हो"

कुछ सुषुप्त संभावनाएं
सबके भीतर पलतीं रहतीं हैं।

हम अक्सर अंकित करते हैं उनपर;
अतिरिक्त सुषुप्तता।
ये कहकर की तुमसे नही हो पाएगा।

अपितु हम दे सकते हैं उनको;
सकारात्मक उद्दीपन ।
ये कहकर की तुम ये कर सकते हो।

"तुम ये कर सकते हो"  💙

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

"नई नस्लों का जीवन धन्य कर दो"

तितलियों में थोड़ी और रंगत भर दो। जुगनुओं में थोड़ी और चमक भर दो। फूलों को ज्यादा खुशबुएँ दे दो। हिमानियों को अधिक सुदृढ़ कर दो। जल धाराओं को अ...