सोमवार, 30 जनवरी 2023

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मासूमियत भी देखेंगे मसखरापन भी देखेंगे

सुन यार एक-दूजे को हम क्यों अधूरा देखेंगे।


कितने गहरे,कितने उथले हैं लोग क्यूँ बताएँ

आ बैठ एक-दूजे की आँखों मे आईना देखेंगे।🍁


[अविनाश कुमार तिवारी]

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